भर्गो देवस्य धीमहि धियो योनः प्रचो
दयात !!
भावार्थ:- पृथ्वी
अन्तरिक्ष और स्वर्ग पर्यंत जो सविता (सूर्य) श्रुतियों
में प्रसिद्द है वह प्रकाशमान परमात्मा हमारी बुद्धि को सत्कार्य में प्रेरित करें
!
इस गायत्री मंत्र का ध्यान करने से तन एवं मन
दोनों की शुद्धि होती है, और नित्य जप करने वालों को सुख व यश की प्राप्ति होती है
!
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